
11 जून 2025 को “राजकीय शिक्षक संघ, उत्तराखंड (गढ़वाल मंडल)” द्वारा अपनी प्रांतीय कार्यकारिणी को पत्र जारी पत्र जारी किया गया है, जिसमें क्लस्टर विद्यालयों का विरोध किया गया है। जिसके मुख्य बिंदु इस प्रकार है।
🗓 दिनांक: 11 जून 2025
📍 जारीकर्ता: श्याम सिंह सरियाल, मंडल अध्यक्ष, राजकीय शिक्षक संघ, गढ़वाल मंडल
👤 प्रेषक: डॉ. हेमन्त पैन्थ्यूली, मंत्री, राजकीय शिक्षक संघ, गढ़वाल मंडल
🔷 विषय:
क्लस्टर विद्यालयों के नाम पर शिक्षकों की अनावश्यक प्रतिनियुक्ति को बंद करने के सम्बन्ध में।

📝 मुख्य बिंदु:
- 6 जून 2025 को हुई समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार, 10 जून 2025 से क्लस्टर प्रणाली लागू करने की तैयारी की गई है।
- विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा प्रत्येक संकुल में एक विद्यालय को क्लस्टर विद्यालय के रूप में नामित कर, 1 जुलाई 2025 से उसमें शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया गया है।
- संघ ने स्पष्ट किया है कि:
- क्लस्टर विद्यालयों का संचालन करने के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं है।
- केवल उन विद्यालयों में ही क्लस्टर मॉडल लागू किया जाए, जहाँ समस्त पद सृजित और भरे हुए हों।
- वर्तमान में अनेक विद्यालय स्वयं स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं।
ऐसे में क्लस्टर बनाकर शिक्षकों को हटाना, प्राथमिक शिक्षण व्यवस्था को प्रभावित करेगा। - राजकीय शिक्षक संघ ने आग्रह किया है कि:
- स्थगन आदेश जारी किया जाए।
- क्लस्टर विद्यालयों की कार्यप्रणाली लागू करने से पहले पूर्ण योजना और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
📢 संघ की मांग:
“जब तक सम्यक नीति और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं होती, तब तक क्लस्टर विद्यालयों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर रोक लगाई जाए।”